Petrol Pump Fraud: हर दिन लाखों लोग पेट्रोल भरवाते हैं और मशीन पर सिर्फ ‘0’ देखकर निश्चिंत हो जाते हैं, लेकिन यही एक आम और खतरनाक गलती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि केवल जीरो देखना क्यों पर्याप्त नहीं है और कैसे पेट्रोल पंप पर एक खास ‘जंप ट्रिक’ के जरिए ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की जाती है.
‘जंप ट्रिक’ क्या है और कैसे होती है धोखाधड़ी?
जब मशीन पर जीरो सेट होने के बाद पेट्रोल भरना शुरू होता है, तो डिस्प्ले पर रुपए एक-एक करके बढ़ने चाहिए, जैसे 1, 2, 3… लेकिन अगर मशीन सीधे 0 से 5 या उससे अधिक पर कूद जाए, और बीच के आंकड़े स्किप हो जाएं, तो समझिए कि आपने कम पेट्रोल लिया और पूरे पैसे दे दिए.
इस ट्रिक में मशीन को इस तरह से सेट किया जाता है कि ग्राहक को पता भी नहीं चलता और वो पैसा ज्यादा देता है लेकिन पेट्रोल कम लेता है.
जंप ट्रिक में क्या होता है नुकसान?
- पेट्रोल की मात्रा कम दी जाती है.
- ग्राहक पूरा भुगतान करता है लेकिन उतना पेट्रोल नहीं मिलता.
- एक-दो रुपए की नहीं, बल्कि हर दिन हजारों लोगों से लाखों की ठगी हो सकती है.
- ग्राहक को इसकी जानकारी तक नहीं हो पाती जब तक वह ध्यान से देखने की आदत न बनाए.
कैसे पहचानें जंप ट्रिक?
- पेट्रोल भरते समय मशीन पर रुपयों की गिनती को लगातार देखें.
- हर एक रुपये का क्रमिक आंकड़ा (1, 2, 3…) दिखना चाहिए.
- अगर मशीन सीधे 0 से 5 या 10 पर चली जाए, तो ये धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है.
- स्किप होते हुए नंबर यानी 1 से 4 रुपये न दिखे तो सतर्क हो जाएं.
क्या करें अगर लगे धोखाधड़ी हुई है?
- सबसे पहले पेट्रोल पंप से बिल मांगें.
- अगर हो सके तो मोबाइल से वीडियो रिकॉर्डिंग करें.
- रिकॉर्ड में यदि जंप ट्रिक साबित होती है, तो आपके पास सबूत होता है शिकायत दर्ज कराने का.
- कई बार कर्मचारी बहाने बनाते हैं, इसलिए कड़ा रुख अपनाएं और अधिकार से बात करें.
कहां करें शिकायत?
अगर आपको लगता है कि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो आप कंज्यूमर हेल्पलाइन पर कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकते हैं. इसका नंबर है:
📞 1800-2333-555 (यह टोल-फ्री नंबर है)
यह नंबर भारतीय उपभोक्ता मामलों के विभाग का है, जहां से संबंधित विभाग तक आपकी शिकायत पहुंचाई जाएगी.
क्या हो सकती है कार्रवाई?
यदि जांच में पेट्रोल पंप की मशीन में तकनीकी गड़बड़ी या जानबूझकर सेटिंग छेड़छाड़ पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है:
- पंप का लाइसेंस रद्द किया जा सकता है.
- भारी जुर्माना लगाया जा सकता है.
- संबंधित कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.
- कैसे बचें पेट्रोल पंप की ठगी से?
- हमेशा मशीन पर शुरू में ‘0’ देखें, लेकिन वहीं न रुकें.
- भराई के दौरान हर रुपये की डिस्प्ले गिनती पर नजर रखें.
- रसीद जरूर लें, खासकर तब जब आपको शक हो.
- एक ही भरोसेमंद पेट्रोल पंप से बार-बार पेट्रोल भरवाएं.
- संभव हो तो कार्ड या UPI से भुगतान करें ताकि भुगतान का रिकॉर्ड मिल सके.