Haryana Mock Drill: हरियाणा सरकार 31 मई को पूरे प्रदेश में नागरिक सुरक्षा और आपात स्थिति की तैयारी की जांच के लिए एक विशेष मॉक ड्रिल आयोजित करने जा रही है. इस मॉक ड्रिल के तहत सुबह 8 बजे से 8:15 तक यानी 15 मिनट के लिए प्रदेशभर में बिजली सप्लाई रोकी जाएगी. इसका उद्देश्य है कि किसी आपदा, युद्ध या आपात स्थिति में आम जनता और प्रशासन की तैयारी और प्रतिक्रिया की क्षमता का मूल्यांकन किया जा सके.
राज्य की दूसरी बड़ी मॉक ड्रिल होगी यह अभ्यास
गृह सचिव सुमिता मिश्रा ने इस मॉक ड्रिल को लेकर जानकारी दी कि यह हरियाणा की दूसरी राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल है और इसे पूरी गंभीरता से लिया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि यह अभ्यास केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि भविष्य की तैयारियों का परीक्षण है, जिसे वास्तविक परिस्थितियों की तरह लागू किया जाएगा.
32 हजार वॉलंटियर्स होंगे शामिल, सभी को मिला प्रशिक्षण
गृह सचिव ने बताया कि राज्य के पास 32,000 से अधिक सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स हैं, जो इस ड्रिल में सक्रिय भूमिका निभाएंगे.
- इन सभी वॉलंटियर्स को जरूरी प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
- उनकी भूमिका मॉक ड्रिल के दौरान बेहद अहम होगी.
- ये वॉलंटियर्स स्थानीय प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य और राहत विभाग के साथ मिलकर काम करेंगे.
- डीसी को दिए गए सख्त निर्देश, ड्रिल किसी भी हालत में नहीं होगी रद्द
सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर्स (DCs) को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक संचालित करें.
अगर किसी कारणवश निर्धारित समय पर बिजली कटौती संभव न हो, तो समय में बदलाव किया जा सकता है, लेकिन
ड्रिल को किसी भी सूरत में रद्द नहीं किया जाएगा.
सभी विभागीय इकाइयों, नगरपालिका प्रशासन, पुलिस और राहत विभाग को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं.
जनता को घबराने की जरूरत नहीं, यह सिर्फ एक तैयारी है
सुमिता मिश्रा ने आम जनता से अपील की है कि यह केवल एक अभ्यास है और इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यास हमें यह समझने और परखने में मदद करते हैं कि संकट की घड़ी में हम कितने तैयार हैं.
जनता से आग्रह किया गया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें.
सरकार की मंशा: हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना
हरियाणा सरकार की यह पहल राज्य की आपात प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत करने के लिए की जा रही है.
इस मॉक ड्रिल के जरिए सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी आपदा या सैन्य संकट की स्थिति में प्रशासनिक व्यवस्था, सुरक्षा बल, स्वास्थ्य सेवाएं और नागरिक पूरी तरह से तैयार हों.
साथ ही, यह अभ्यास जनता को जागरूक और प्रशिक्षित करने का भी एक तरीका है.
क्या करें नागरिक?
- मॉक ड्रिल के दौरान सहयोग करें.
- जरूरी उपकरण जैसे टॉर्च या बैकअप लाइट तैयार रखें.
- सभी जरूरी कार्य 8 बजे से पहले पूरे कर लें.
- अफवाहों और भ्रम फैलाने वाले संदेशों से दूर रहें.