Weather Update: दक्षिण-पश्चिम मानसून अब लद्दाख और हिमाचल प्रदेश तक पहुंच गया है. फिलहाल जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली ही ऐसे इलाके हैं जहां मानसून की पूरी तरह से दस्तक बाकी है, लेकिन इन राज्यों में भी रुक-रुक कर झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है. मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि अगले 2 दिनों में मानसून दिल्ली और उत्तर भारत के बाकी हिस्सों तक पहुंच सकता है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से भूस्खलन, सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई है. इससे कई इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं. धर्मशाला-चतरो-गग्गल मार्ग सहित कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे आम लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है. नाहन में सबसे अधिक 84.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई जबकि शिमला, कांगड़ा और सुंदरनगर में गरज के साथ बारिश हुई.
छत्तीसगढ़ में उफनती नदी में बहे चार लोग
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में भारी बारिश के कारण मैनी नदी उफान पर है. इसी दौरान दो बच्चों समेत चार लोग नदी में बह गए. प्रशासन द्वारा लगातार राहत और खोज अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक लापता लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया है.
22 जून से बढ़ेगी बारिश की रफ्तार
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार 22 जून से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में बारिश की तीव्रता और बढ़ेगी. पूर्वोत्तर भारत में भी अगले सात दिनों तक भारी वर्षा के आसार बने हुए हैं. उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है.
राजस्थान में मूसलाधार बारिश, भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा बारिश
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया में सबसे अधिक 114 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. इसके अलावा जयपुर, कोटा और शाहपुर में भी 110 मिमी तक बारिश हुई. दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य के अधिकांश हिस्सों में पहुंच चुका है और लगातार झमाझम बारिश हो रही है.
पंजाब-हरियाणा में बौछारें, गर्मी से राहत
पंजाब और हरियाणा में भी मानसून से पहले बारिश ने दस्तक दी है. चंडीगढ़ में 9.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई जबकि रोहतक, फरीदाबाद, गुरुग्राम, पठानकोट, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब में भी बारिश से गर्मी से राहत मिली है. मौसम विभाग ने बताया कि 25 जून तक इन राज्यों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी.
बारिश से राहत भी, लेकिन संभलकर रहने की जरूरत
मानसून की बारिश ने जहां एक ओर तपती गर्मी से राहत दी है, वहीं बिजली गिरने, भूस्खलन और जलभराव जैसी आपदाओं से जनजीवन पर असर डाला है. राज्य सरकारों और आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क किया गया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है.