Haryana Weather Update: पंजाब और हरियाणा इन दिनों भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चार दिन तक राहत के कोई आसार नहीं हैं. बठिंडा में 46.7 डिग्री सेल्सियस और सिरसा में 46.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो दोनों राज्यों में सबसे अधिक है. गर्मी से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है और अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामलों की संभावना बढ़ती जा रही है.
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि दोपहर के समय गर्मी और लू का असर सबसे अधिक होता है. ऐसे में बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है. केवल सुबह और शाम के समय ही बाहरी गतिविधियाँ करें.
सिविल सर्जन की एडवाइजरी
पंजाब सिविल सर्जन ने चेताया है कि नवजात, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, मजदूर और मोटे लोग गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक के सबसे अधिक शिकार हो सकते हैं. ऐसे लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
लू से बचाव के लिए जरूरी उपाय
स्वास्थ्य अधिकारियों ने आम लोगों के लिए गर्मी से बचाव के लिए कई अहम सुझाव जारी किए हैं:
- प्यास न लगने पर भी हर आधे घंटे में पानी पिएं.
- मरीजों को डॉक्टर से सलाह लेकर तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाना चाहिए.
- बाहर जाते समय हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें, पूरी बाजू वाले कपड़ों को प्राथमिकता दें.
- छाते, टोपी, तौलिया, पगड़ी या दुपट्टे से सिर को धूप से बचाएं.
- नंगे पांव न चलें, बाहर जाते समय जूते या चप्पल पहनें.
- धूप में काम करने वाले लोग गीला कपड़ा सिर पर रखें और बीच-बीच में छाया में आराम करें.
खानपान में सावधानी
- तरबूज, संतरा, अंगूर, खीरा, टमाटर जैसे मौसमी फल खाएं.
- बासी खाना और तले हुए पदार्थों से परहेज करें.
- खाना पकाने का समय सुबह या देर शाम रखें, ताकि रसोई की गर्मी से बचा जा सके.
- रसोई की खिड़कियाँ और दरवाज़े खुली रखें ताकि वेंटिलेशन बना रहे.
क्या न करें
शराब, चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक और अधिक मीठे पेय पदार्थ का सेवन कम करें, ये शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं.
- बंद वाहन में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें.
- धूप में दोपहर के समय निकलने से बचें.
- आंखों और त्वचा की सुरक्षा के लिए सुझाव
- काला चश्मा पहनें ताकि आंखों को तेज धूप से बचाया जा सके.
- सनस्क्रीन का प्रयोग करें और समय-समय पर चेहरा धोएं.
गर्मी लगने पर तुरंत लें डॉक्टर की सलाह
यदि किसी को सिर दर्द, उल्टी, चक्कर, कमजोरी या बेहोशी जैसी स्थिति हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. हीट स्ट्रोक जानलेवा हो सकता है यदि समय रहते इलाज न मिले.