Solar Panel Subsidy: पीएम सूर्य घर योजना में अब तक केवल मकान मालिकों को ही लाभ मिल रहा था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने इसमें किराएदारों को भी शामिल करने का रास्ता साफ कर दिया है. इसका मतलब है कि अगर आप किराए पर रहते हैं, तो अब आप भी सरकारी सब्सिडी के साथ सोलर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली का लाभ उठा सकते हैं.
कुछ शर्तों का पालन करना होगा
हालांकि, किराएदारों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ जरूरी शर्तों को पूरा करना होगा:
- बिजली का कनेक्शन किराएदार के नाम पर होना जरूरी है.
- मकान मालिक से छत पर सोलर पैनल लगाने की लिखित अनुमति लेनी होगी.
- यदि भविष्य में किराएदार मकान बदलता है, तो वह सोलर पैनल को अन्य जगह शिफ्ट कर सकता है, बशर्ते इसकी अनुमति एग्रीमेंट में पहले से हो.
छत पर कितनी जगह होगी जरूरी?
सोलर पैनल मकान की छत पर लगाए जाएंगे, जिसके लिए छत की स्थिति मजबूत होनी जरूरी है. जगह की आवश्यकता इस प्रकार होगी:
- 1 किलोवाट पैनल के लिए कम से कम 130 वर्ग फीट
- 2 किलोवाट सिस्टम के लिए लगभग 200 वर्ग फीट
- पैनल का वजन प्रति वर्ग मीटर 10 से 20 किलोग्राम होता है, इसलिए छत की मजबूती की जांच जरूरी होगी.
सरकार दे रही है सब्सिडी
सरकार की ओर से सब्सिडी भी इस योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही है. सब्सिडी की दरें इस प्रकार हैं:
- 1 किलोवाट सोलर पैनल पर ₹30,000
- 2 किलोवाट पर ₹60,000
- 3 किलोवाट या उससे अधिक पर ₹78,000
जबकि 1 किलोवाट के सोलर सिस्टम की कुल लागत ₹60,000 से ₹70,000 के बीच आती है. इस सब्सिडी के बाद लागत लगभग आधी हो जाती है.
सस्ती बिजली के साथ पर्यावरण को भी मिलेगा फायदा
पीएम सूर्य घर योजना का उद्देश्य केवल सस्ती बिजली उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि यह ऊर्जा संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम है.
- बिजली बिल में भारी कमी आएगी, कई मामलों में बिल शून्य भी हो सकता है.
- ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन घटेगा, जिससे पर्यावरण को लाभ मिलेगा.
- यह योजना स्वच्छ ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देगी और लंबे समय में बिजली की बचत सुनिश्चित करेगी.
कैसे करें आवेदन? पूरी प्रक्रिया जानिए
इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अपनानी होगी. आवेदन करने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया इस प्रकार है:
- सरकारी पोर्टल पर जाएं और मोबाइल नंबर से लॉगिन करें.
- सोलर रूफटॉप के लिए आवेदन भरें.
- वेंडर लिस्ट में से अपनी पसंद का वेंडर चुनें.
- मकान मालिक के साथ एग्रीमेंट तैयार करें.
- सिस्टम लगने के बाद बैंक डिटेल्स अपलोड करें ताकि सब्सिडी सीधे खाते में मिले.