Rajasthan Weather alert: राजस्थान में मानसून एक बार फिर सक्रिय होने जा रहा है. पूर्वी हिस्सों में 10 जुलाई से और पश्चिमी इलाकों में 12 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में तेजी आने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार कम दबाव का क्षेत्र अभी पश्चिम बंगाल और झारखंड के ऊपर बना हुआ है, जो आने वाले 2-3 दिनों में आगे बढ़ेगा और इसका असर राजस्थान के मौसम पर साफ नजर आएगा.
पूर्वी राजस्थान में 10 जुलाई से बारिश का असर
10 जुलाई से पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना जताई गई है. भरतपुर, कोटा, जयपुर और बीकानेर संभाग के जिलों में बिजली गिरने के साथ मेघगर्जन और बारिश हो सकती है. भरतपुर संभाग के कुछ स्थानों पर अत्यधिक वर्षा भी हो सकती है.
पश्चिमी राजस्थान में 12 जुलाई से बढ़ेगी बारिश
पश्चिमी राजस्थान के जिलों में 12 जुलाई से मानसून गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक इन क्षेत्रों में बारिश कम हुई है, लेकिन अगले सप्ताह से यह स्थिति बदल सकती है, विशेष रूप से बीकानेर और जोधपुर संभाग में.
राजस्थान में तेज हवा और मेघगर्जन का अलर्ट
मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक 10 जुलाई को नागौर, सीकर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, झुंझुनूं और हनुमानगढ़ जैसे जिलों में 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी. इसके साथ ही कुछ इलाकों में मेघगर्जन और हल्की से मध्यम बारिश भी दर्ज की जा सकती है.
11 से 13 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग का पूर्वानुमान के अनुसार:
- 11 जुलाई को कोटा और भरतपुर संभाग में भारी बारिश हो सकती है.
- 12 और 13 जुलाई को कोटा, भरतपुर, जयपुर, अजमेर और उदयपुर संभाग में भारी से अति भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.
- इन दिनों स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
जोधपुर संभाग रहेगा फिलहाल शुष्क
जहां एक ओर पूर्वी राजस्थान में बारिश का दौर शुरू हो गया है, वहीं पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर संभाग में आगामी 3-4 दिन मौसम शुष्क बना रह सकता है. हालांकि, बीकानेर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है.
मानसून ट्रफ लाइन का असर राजस्थान पर साफ
मानसून ट्रफ लाइन इस समय अमृतसर से चंडीगढ़ होते हुए पूर्वी भारत की ओर जा रही है. इस ट्रफ लाइन की सक्रियता का असर पूर्वी राजस्थान में तेज बारिश के रूप में दिखाई देने लगा है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह ट्रफ लाइन आने वाले दिनों में और दक्षिण-पश्चिम की ओर शिफ्ट होकर ज्यादा इलाकों को कवर कर सकती है.
किसानों के लिए राहत, लेकिन सतर्कता जरूरी
मानसून के दोबारा सक्रिय होने से कृषि कार्यों में तेजी आ सकती है. धान, मक्का और अन्य खरीफ फसलों के लिए बारिश उपयोगी साबित होगी. हालांकि, भारी वर्षा से फसलों में जलभराव और मिट्टी का कटाव भी हो सकता है. किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों की ड्रेनेज व्यवस्था पर ध्यान दें.
बारिश के दौरान यात्रियों और आमजन को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
- बारिश के दौरान खुले मैदान, बिजली के खंभों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें.
- ज्यादा बारिश वाले दिनों में यात्रा टालें, विशेषकर हाइवे और पहाड़ी मार्गों पर.
- मोबाइल में मौसम ऐप का उपयोग करें और क्षेत्रीय अपडेट्स पर नजर रखें.
- प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों और दिशा-निर्देशों का पालन करें.