CIBIL Score: होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन लेने वालों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा और राहत भरा कदम उठाया है. अब बैंक और वित्तीय संस्थाएं आपका क्रेडिट स्कोर वास्तविक समय (Real-Time) में देख पाएंगी. इससे लोन स्वीकृति प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी.
पहले क्या था नियम?
अब तक क्रेडिट ब्यूरो कंपनियां, जैसे ट्रांसयूनियन सिबिल, हर 15 दिन में केवल एक बार स्कोर अपडेट करती थीं. इसका मतलब था कि अगर आपने लोन चुकाया भी है, तो उसका असर आपके स्कोर पर तुरंत नहीं दिखता था.
- इससे ग्राहकों को अनुचित रूप से कम स्कोर की वजह से लोन मिलने में परेशानी होती थी.
- नए नियम के तहत, डेटा अब तुरंत रिपोर्टिंग एजेंसियों तक पहुंचेगा.
RBI ने क्यों लिया ये फैसला?
- RBI के डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव ने कहा कि डेटा की समय पर उपलब्धता से सिस्टम में पारदर्शिता और कुशलता आएगी.
- रियल-टाइम डेटा से बैंक और एनबीएफसी को जोखिम का बेहतर आकलन करने में मदद मिलेगी.
- साथ ही, अगर ग्राहक ने लोन बंद किया है या किस्त चुकाई है, तो वह तुरंत स्कोर में दर्शित होगा.
ग्राहकों के अनुभव में सुधार
इस फैसले से ग्राहकों को लोन लेने में आसानी होगी. वे सही स्कोर पर आधारित ऑफर और ब्याज दरें ले सकेंगे.
- स्कोर में देरी से बदलाव अब बीते दिनों की बात होगी.
- इससे ईमानदार ग्राहकों को लोन के लिए कम ब्याज दरें मिल सकेंगी.
फर्जी लोन ऐप्स पर लगेगी लगाम, RBI ने जारी की वैध ऐप्स की लिस्ट
- आरबीआई ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपनी वेबसाइट पर वैध डिजिटल लोन ऐप्स की सूची जारी की है.
- इस लिस्ट में करीब 1600 ऐप्स के नाम हैं जो किसी न किसी बैंक या एनबीएफसी से अधिकृत हैं.
- अब ग्राहक आसानी से यह जांच सकते हैं कि जिस ऐप से वे लोन ले रहे हैं, वह वैध है या नहीं.
लिस्ट में कौन-कौन से ऐप्स शामिल?
RBI द्वारा वैध मानी गई लोन ऐप्स में कई बड़े नाम शामिल हैं, जैसे:
- Google Pay (GPay)
- भारत पे
- नावी (Navi)
- पेटीएम (Paytm)
- फोन पे (PhonePe)
- लेंडिंगकार्ट (Lendingkart)
- एक्सिस बैंक का एक्सिओ ऐप (AXIO)
यह लिस्ट RBI के 2023 के डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइन के तहत जारी की गई है.
सरकार भी करेगी निगरानी
अब इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल ऐप स्टोर पर केवल उन्हीं ऐप्स की उपस्थिति रहे, जो RBI की वैध लिस्ट में शामिल हैं.
- इससे फर्जी और धोखाधड़ी करने वाले लोन ऐप्स पर नियंत्रण किया जा सकेगा.
- RBI इस लिस्ट को समय-समय पर अपडेट करता रहेगा.
नया सिस्टम लोन इंडस्ट्री में लाएगा पारदर्शिता
- RBI की इस पहल से डिजिटल लेंडिंग की दुनिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और ग्राहकों को सुरक्षित प्लेटफॉर्म मिलेगा.
- इससे फिनटेक सेक्टर में उच्च मानक तय होंगे और ग्राहकों को भी सही जानकारी मिल सकेगी.
- लोन से जुड़े फ्रॉड के मामलों में भी गिरावट आने की उम्मीद है.