Sanitation Workers Protest: हरियाणा में सफाई और फायर विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने की घोषणा की है. नियमित भर्ती नहीं होने, ठेका प्रथा जारी रखने और MWS एप के जरिए उपस्थिति दर्ज कराने की अनिवार्यता जैसे फैसलों के विरोध में 29 जून को फरीदाबाद में शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल के आवास का घेराव किया जाएगा.
क्यों भड़के हैं सफाई कर्मचारी?
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री और महासचिव मांगेराम तिगरा ने सोमवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार लगातार कर्मचारियों के साथ हुए समझौतों को लागू नहीं कर रही. इससे नगर निगम, परिषदों और फायर विभाग के हजारों कर्मचारियों में गहरी नाराजगी है.
आंदोलन की शुरुआत काले झंडों से
आंदोलन की शुरुआत 3 जून को प्रदेश के सभी 89 फायर स्टेशनों पर काले झंडे लगाकर प्रदर्शन से होगी. इसके बाद 10 जून को MWS एप के विरोध में सभी निकाय कर्मचारी काले बिल्ले और उल्टी झाड़ू के साथ धरना देंगे. यह धरना नगर निगम आयुक्तों और जिला आयुक्तों के कार्यालयों के बाहर आयोजित किया जाएगा.
12 जून को फायर विभाग का मुख्यालय घेरा जाएगा
12 जून को पंचकूला स्थित अग्निशमन विभाग के महानिदेशक कार्यालय का घेराव किया जाएगा. इसके जरिए कर्मचारी फायर विभाग में अनदेखी और वादाखिलाफी को उजागर करेंगे.
23 जून को मुख्यमंत्री और मंत्रियों को सौंपा जाएगा ज्ञापन
23 जून को हरियाणा के मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के आवासों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे जाएंगे. कर्मचारियों की मांग है कि सरकार सभी वर्गों के कर्मचारियों को स्थायी नियुक्ति और रोजगार की गारंटी सुनिश्चित करे.
आंदोलन की रणनीति – जनजागरण से राष्ट्रव्यापी हड़ताल तक
संघ ने आंदोलन की सफलता के लिए राज्यस्तरीय जनजागरण अभियान शुरू करने का ऐलान किया है. इसके तहत:
- 7 जून को अंबाला व रोहतक कमिश्नरी में बैठकें होंगी.
- 14 जून को गुरुग्राम व करनाल में सम्मेलन आयोजित होंगे.
- 21 जून को फरीदाबाद और हिसार कमिश्नरी में कन्वेंशन का आयोजन किया जाएगा.
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें
नरेश शास्त्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने सफाई व्यवस्था में ठेका प्रथा को बढ़ावा दिया है, जिससे कर्मचारियों का शोषण हो रहा है. प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- MWS एप के माध्यम से हाजिरी दर्ज करने की अनिवार्यता खत्म की जाए.
- सफाई कर्मचारियों को ₹27,000 वेतन देने की मुख्यमंत्री की घोषणा तत्काल लागू हो.
- सफाई व सीवर कर्मचारियों के रिक्त पदों पर नियमित भर्ती की जाए.
- पांच वर्ष की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को 58 वर्ष की नौकरी की गारंटी दी जाए.
- जिन कर्मचारियों की सेवा 5 साल से कम है, उन्हें नियमानुसार छूट और रोजगार की गारंटी दी जाए.
9 जुलाई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल
अगर सरकार ने समय रहते मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो 9 जुलाई को हरियाणा के पालिका व फायर कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे. संघ ने यह भी साफ किया कि यह संविधानिक ढंग से लोकतांत्रिक और व्यापक आंदोलन होगा.