School Holiday: पंजाब के सभी स्कूल और कॉलेज गर्मियों की छुट्टियों के बाद दोबारा खुल चुके हैं, लेकिन अब एक बार फिर छात्रों और शिक्षकों के सामने 7 जुलाई 2025 को होने वाली संभावित छुट्टी को लेकर उलझन की स्थिति बन गई है. इसकी वजह है मुहर्रम, जो कि चांद दिखने की तारीख पर निर्भर करता है.
मुहर्रम पर सार्वजनिक अवकाश तय
पंजाब सरकार की ओर से मुहर्रम को आरक्षित अवकाश की लिस्ट में रखा गया है. लेकिन इसकी अंतिम तिथि इस्लामिक चांद के दिखाई देने पर आधारित होती है. अगर 6 जुलाई को चांद नहीं दिखता है, तो 7 जुलाई को मुहर्रम की तारीख तय मानी जाएगी, और उसी दिन छुट्टी घोषित होगी.
DC के आदेश से होगी स्थिति स्पष्ट
सरकारी नियमानुसार, हर जिले के डिप्टी कमिश्नर (DC) को यह अधिकार है कि वे स्थानीय स्थिति के अनुसार अवकाश की पुष्टि करें. ऐसे में पंजाब के अलग-अलग जिलों में छुट्टी की स्थिति DC के अंतिम आदेश पर टिकी हुई है. अभी तक किसी भी जिले से 7 जुलाई की छुट्टी की पुष्टि नहीं हुई है, इसलिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
6 जुलाई को चांद दिखने पर ही तय होगी छुट्टी
मुहर्रम की छुट्टी इस बात पर निर्भर करती है कि इस्लामिक महीने की पहली तारीख कब शुरू होती है. अगर 6 जुलाई को चांद नहीं दिखता है, तो 7 जुलाई को मुहर्रम (10वां दिन) माना जाएगा, और उसी दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाएगा. इसलिए 6 जुलाई की शाम चांद दिखने की पुष्टि सबसे अहम मानी जा रही है.
छात्रों और अभिभावकों में छुट्टी को लेकर उत्सुकता
गर्मियों की लंबी छुट्टी के बाद स्कूल खुलते ही फिर से अवकाश की उम्मीद ने छात्रों और अभिभावकों को उत्साहित भी किया है और भ्रमित भी. कोई निश्चित जानकारी न मिलने से कई अभिभावक स्कूल प्रशासन से स्पष्ट निर्देशों की मांग कर रहे हैं.
स्कूल-कॉलेज प्रशासन को भी करना होगा आदेश का पालन
पंजाब के सभी सरकारी, प्राइवेट और सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रशासन को DC के अंतिम आदेश के अनुसार ही काम करना होगा. यदि 7 जुलाई को छुट्टी की घोषणा होती है, तो संबंधित संस्थानों को विद्यार्थियों और स्टाफ को तत्काल सूचना देनी होगी. इसीलिए अधिकांश संस्थान 6 जुलाई की रात तक इंतजार करने की स्थिति में हैं.
छात्रों को रखनी होगी तैयारियां दोनों ही स्थितियों के लिए
जिन जिलों में 7 जुलाई को छुट्टी नहीं घोषित की जाएगी, वहां छात्रों को सामान्य दिनचर्या के अनुसार स्कूल पहुंचना होगा. ऐसे में छात्रों को दोनों ही संभावनाओं के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए, ताकि कोई भ्रम या परेशानी न हो.
सरकारी सूचना का इंतजार ही एकमात्र रास्ता
फिलहाल स्थिति पूरी तरह DC कार्यालयों से आने वाले निर्देशों पर निर्भर करती है. जैसे ही चांद दिखने की पुष्टि होती है, उसी अनुसार सरकारी आदेश जारी किया जाएगा. इसलिए अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को सलाह दी जाती है कि वे जिले की आधिकारिक वेबसाइट या विश्वसनीय सूचना स्रोतों पर नजर बनाए रखें.