Haryana E-Bus Service: रोडवेज विभाग की ओर से यात्रियों को बेहतर और आरामदायक सफर मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोनीपत बस अड्डे को हाल ही में चार नई बसें मिली हैं. जिससे डिपो की बसों की संख्या अब 133 हो गई है. इन नई बसों के आने से शहर और आसपास के यात्रियों को पहले से ज्यादा विकल्प और सुविधाएं मिलेंगी.
रोडवेज बेड़े में 133 बसें, ई-बसों की संख्या भी बढ़ी
वर्तमान में सोनीपत डिपो के पास कुल 133 बसें हैं. जिनमें 96 बसें हरियाणा रोडवेज की हैं और 27 बसें किलोमीटर स्कीम के तहत संचालित हो रही हैं. इसके अलावा डिपो में पांच ई-बसें भी शामिल हैं, जो फिलहाल सिटी बस सेवा के रूप में चलाई जा रही हैं. ये सभी एसी युक्त बसें हैं. जिनका किराया ऑटो जितना ही है. जिससे यात्रियों को कम दाम में ठंडी और आरामदायक यात्रा मिल रही है.
दिल्ली रूट पर चलेंगी ई-बसें, 50 नई बसों की मांग
रोडवेज अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए 50 और ई-बसों की मांग मुख्यालय को भेजी गई है. इन बसों के आने के बाद न केवल शहरी क्षेत्र की सिटी बस सेवा का विस्तार होगा. बल्कि इन ई-बसों को दिल्ली रूट पर भी चलाया जाएगा. इससे खासकर दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को सीधा और सस्ता विकल्प मिलेगा.
तीन बसें कंडम, दो और साल के अंत तक होंगी बाहर
रोडवेज डिपो को जहां एक ओर नई बसों से राहत मिली है. वहीं दूसरी ओर पिछले छह महीनों में तीन पुरानी बसें कंडम हो चुकी हैं. इसके साथ ही साल के अंत तक दो और बसें दस साल का कार्यकाल पूरा कर लेंगी. जिसके बाद उन्हें भी कंडम घोषित कर दिया जाएगा. इससे कुल मिलाकर पांच बसें डिपो से बाहर हो जाएंगी. जिससे बसों की संख्या पर असर पड़ सकता है. हालांकि विभाग ने पहले से ही नई बसों की मांग भेज दी है, ताकि सेवाएं बाधित न हों.
एसी सेवा से यात्रियों को मिल रहा सीधा लाभ
डिपो की ओर से फिलहाल जो पांच ई-बसें चलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह एसी युक्त हैं और यात्रियों में इनकी मांग तेजी से बढ़ रही है. कम किराए में एसी सुविधा होने की वजह से यात्री इन बसों को प्राथमिकता दे रहे हैं. ऐसे में अगर 50 और ई-बसें आ जाती हैं, तो ये शहर और आसपास के यात्रियों के लिए परिवहन का नया और बेहतर विकल्प बन जाएंगी.
रोडवेज की भविष्य की योजना
हरियाणा रोडवेज का फोकस अब पर्यावरण अनुकूल और यात्री सुविधाओं से युक्त सेवा देने पर है. ई-बसों की संख्या बढ़ाकर न केवल प्रदूषण में कमी लाना संभव होगा. बल्कि यात्रियों को अधिक सुविधा, समय की बचत और सुरक्षित यात्रा भी सुनिश्चित की जा सकेगी. वहीं दिल्ली जैसे रूट पर ई-बसों का संचालन, रोडवेज की दूरगामी रणनीति का हिस्सा है.
“रोडवेज यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा देने का प्रयास कर रहा है. इस साल तीन बसें कंडम हो चुकी हैं और साल के अंत में दो बसें भी कंडम हो जाएंगी. बसों के लिए मुख्यालय में मांग भेज दी गई है.”
— संजय कुमार, जीएम, रोडवेज