School Holiday Extended: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले करोड़ों बच्चों के लिए राहत की खबर है. सरकार ने गर्मी के प्रचंड प्रकोप को देखते हुए गर्मी की छुट्टियों को 30 जून तक बढ़ा दिया है. हालांकि शिक्षकों और शिक्षामित्रों को स्कूल में उपस्थित रहकर प्रशासनिक कार्य करने होंगे.
शिक्षकों की मांग के बाद बढ़ी छुट्टियां
बीते दिनों, प्रदेश में लगातार तेज गर्मी और बढ़ते तापमान को लेकर कई शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) को पत्र लिखकर छुट्टियां बढ़ाने की मांग की थी. शासन ने इस पर संज्ञान लेते हुए अब विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति को 30 जून तक बंद रहेंगे.
1 जुलाई से बच्चों के लिए फिर से खुलेंगे स्कूल
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी ने आदेश जारी करते हुए बताया कि 1 जुलाई से छात्र-छात्राओं की नियमित कक्षाएं फिर से शुरू होंगी. लेकिन 16 जून से शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी विद्यालय में उपस्थित रहेंगे और शैक्षणिक, प्रशासनिक व अन्य कार्यों को संपादित करेंगे.
1.32 लाख स्कूलों और 1.9 करोड़ छात्रों को मिला लाभ
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत कुल 1 लाख 32 हजार विद्यालय संचालित हैं. वर्ष 2024-25 सत्र में इन स्कूलों में करीब 1.90 करोड़ छात्र नामांकित थे. अवकाश बढ़ने से इन सभी बच्चों को गर्मी से राहत मिली है.
शिक्षकों को मिल रहा है आदेश की प्रति
शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं कि शिक्षकगण अवकाश के दौरान भी विद्यालय आएंगे और शिक्षण-संबंधी तैयारियों, प्रशासनिक फाइलों और अन्य स्कूल प्रबंधन कार्यों को आगे बढ़ाएंगे. इसके अलावा, मान्यता प्राप्त विद्यालयों में प्रबंधन समितियां आवश्यक निर्णय लेने के लिए अधिकृत रहेंगी.
ट्रांसफर प्रक्रिया भी बनी चर्चा का विषय
इन छुट्टियों के बीच प्रदेश में अंतर्जनपदीय और अंत:जनपदीय शिक्षक स्थानांतरण प्रक्रिया भी जारी है. 20 जून से स्थानांतरित शिक्षकों को अपने नए विद्यालयों में योगदान देने की प्रक्रिया शुरू होनी है. लेकिन शिक्षकों में यह आशंका बनी हुई है कि कहीं विद्यालयों में छात्रों की गैर-उपस्थिति के कारण स्थानांतरण प्रक्रिया रुक ना जाए.
शिक्षकों में उठ रही रिलीविंग को लेकर चिंता
स्थानांतरण सुविधा प्राप्त शिक्षक इस बात को लेकर चिंतित हैं कि स्कूल तो शिक्षकों के लिए खुल गए हैं, लेकिन छात्रों के लिए नहीं. ऐसे में रिलीविंग प्रक्रिया में कहीं देरी न हो जाए, यह डर उनके मन में बना हुआ है. शिक्षक संघ इस विषय पर भी स्पष्टीकरण की मांग कर सकते हैं.
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया स्टाफ की भूमिका
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि अवकाश के दौरान केवल बच्चों के लिए पठन-पाठन स्थगित किया गया है. शिक्षकों और स्कूल स्टाफ की जिम्मेदारियां पूर्ववत बनी रहेंगी. विद्यालय संचालन, कक्षाएं तैयार करने, दस्तावेज अपडेट करने और आगामी सत्र की योजना पर काम जारी रहेगा.
आदेश से शिक्षक संघ संतुष्ट
इस आदेश का शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है. गर्मी में बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए सरकार के फैसले की प्रशंसा की जा रही है. साथ ही शिक्षकों की उपस्थिति और विद्यालयों की सुचारु व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी को गंभीरता से लिया गया है.