teacher document verification: एनटीटी (नर्सरी टीचर ट्रेनिंग) शिक्षकों के डिप्लोमा की वैधता को लेकर शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. अब स्कूलों में नियुक्ति के बाद भी एनटीटी शिक्षकों के दस्तावेजों की गहन जांच की जाएगी. विभाग को कई जिलों से फर्जी डिप्लोमा के जरिए नौकरी पाने की शिकायतें मिली हैं, जिसके बाद यह कदम उठाया गया है.
फर्जी डिप्लोमा की शिकायतों से मचा हड़कंप
स्कूल शिक्षा निदेशालय को हाल ही में कई ऐसे इनपुट मिले, जिनमें कहा गया कि एनटीटी की डिग्री फर्जी है और कुछ अभ्यर्थियों ने गलत प्रमाण पत्र देकर नौकरी हासिल कर ली है. इसे गंभीरता से लेते हुए विभाग ने सभी नियुक्ति प्रक्रिया में लगी कंपनियों को दस्तावेजों की कड़ाई से जांच के आदेश दिए हैं.
फर्जीवाड़ा साबित हुआ तो कंपनी होगी ब्लैकलिस्ट
निदेशालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि किसी अभ्यर्थी को फर्जी डिप्लोमा पर नौकरी दी जाती है, तो संबंधित कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश सरकार से की जाएगी. यह निर्देश राज्य स्तर पर जारी किए गए हैं और सभी जिलों में इसका पालन अनिवार्य किया गया है.
जॉइनिंग से पहले भी होगी प्रमाण पत्रों की जांच
जैसे ही कंपनियां एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया पूरी करेंगी, उसके बाद स्कूल में ज्वाइनिंग देने से पहले ही संबंधित अभ्यर्थी के शैक्षणिक प्रमाण पत्र, विशेष रूप से एनसीटीई (NCTE) से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा की जांच की जाएगी.
जिला स्तर पर बनेगी जांच कमेटी
प्रत्येक जिले में उप शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की जाएगी जो सभी दस्तावेजों की जांच करेगी. इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एनटीटी डिप्लोमा एनसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से किया गया हो और उसकी समय अवधि दो वर्ष की हो.
एनसीटीई की गाइडलाइन होगी लागू
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि एनटीटी भर्ती प्रक्रिया में एनसीटीई की गाइडलाइन ही मान्य होगी. केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को जॉइनिंग दी जाएगी जिनके पास एनसीटीई से मान्यता प्राप्त दो वर्षीय डिप्लोमा होगा. यह मान्यता हर जिले की चयन प्रक्रिया में लागू रहेगी.
शिमला जिले में हो रहे इंटरव्यू
फिलहाल पूरे प्रदेश में एनटीटी शिक्षकों की भर्ती चल रही है. शिमला जिले में 15 जून को ठियोग के बगैण स्कूल में इंटरव्यू आयोजित किए जा रहे हैं. ऐसे में इस प्रक्रिया में शामिल सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की सावधानीपूर्वक जांच की जाएगी.
निदेशक ने दी स्पष्ट चेतावनी
स्कूल शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने कहा है कि निदेशालय खुद भी एनटीटी डिप्लोमा और अन्य शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच करेगा. अगर किसी शिक्षक के पास फर्जी दस्तावेज पाए गए, तो उसे तत्काल पद से हटा दिया जाएगा. साथ ही, जिस कंपनी ने भर्ती की होगी, उस पर सरकारी कार्रवाई भी तय है.
भविष्य की भर्तियों पर भी असर
शिक्षा विभाग की यह सख्ती भविष्य की भर्तियों को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे न केवल फर्जीवाड़ा रुकेगा, बल्कि योग्य उम्मीदवारों को ही अवसर मिलेगा.