Teacher Holiday Cancel: राजस्थान के सभी सरकारी स्कूलों में इस समय ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहा है, जो 30 जून तक रहेगा. लेकिन इन छुट्टियों का लाभ शिक्षकों को नहीं मिल पा रहा है. उन्हें छुट्टियों के दौरान भी 22 दिन ड्यूटी करनी होगी, जिससे शिक्षकों में गहरा असंतोष है.
छुट्टियों में भी ड्यूटी का कारण क्या है?
राज्य सरकार की ओर से जून में कई भर्ती परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग और राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड शामिल हैं. इन प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए राज्यभर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, और इन केंद्रों पर शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है.
पहले निजी स्कूलों में परीक्षा होने पर वहीं के स्टाफ की ड्यूटी लगती थी, लेकिन अब सरकारी शिक्षक निजी स्कूलों में बने परीक्षा केंद्रों पर भी ड्यूटी दे रहे हैं, जिससे उन्हें छुट्टियों में भी लगातार स्कूल आना पड़ रहा है.
जयपुर के शिक्षकों पर सबसे अधिक भार
भले ही परीक्षाएं कई जिलों में आयोजित हो रही हैं, लेकिन अधिकतर परीक्षा केंद्र जयपुर में बनाए गए हैं. इस कारण जयपुर जिले और शहर के शिक्षकों को सबसे ज्यादा ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है. वहीं, दूरस्थ जिलों के शिक्षकों को कुछ राहत मिल सकती है, क्योंकि वहां परीक्षा केंद्रों की संख्या कम रहती है.
शिक्षकों की नाराजगी
शिक्षक इस बात से नाराज हैं कि छुट्टियों के बावजूद उन्हें ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है. मुख्य मुद्दा यह है कि छुट्टी में ड्यूटी के बदले छुट्टी नहीं दी जाती. नियमों के अनुसार अगर किसी शिक्षक की 3 दिन की छुट्टी में ड्यूटी लगती है, तो सिर्फ 1 दिन का पीएल (उपार्जित अवकाश) दिया जाता है.
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि हर छुट्टी के बदले एक अवकाश दिया जाना चाहिए, ताकि शिक्षक अपने मानसिक और पारिवारिक संतुलन को बनाए रख सकें.
कई प्रमुख परीक्षाएं जून में, शिक्षक होंगे तैनात
जून के महीने में करीब 40 बड़ी प्रतियोगिता परीक्षाएं हो रही हैं, जिनमें शिक्षकों को ड्यूटी देनी होगी. प्रमुख परीक्षाएं निम्नलिखित हैं:
- प्री डीएलएड 2025,
- खंड कार्यक्रम अधिकारी,
- सामाजिक कार्यकर्ता,
- वरिष्ठ काउंसलर,
- लेखा सहायक,
- फिजियोथेरेपिस्ट सहायक,
- अस्पताल प्रशासक और रिहैबिलिटेशन कार्यकर्ता,
- सीएचओ और पब्लिक हेल्थ नर्स,
- नर्सिंग ट्यूटर, नर्सिंग इंजार्च,
- डाटा एंट्री ऑपरेटर और स्वास्थ्य पर्यवेक्षक,
- मेडिकल लैब टेक्नीशियन,
- फार्मा सहायक और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता,
- नर्स और पशुधन सहायक,
- पीटीईटी 2025,
- संविदा लेखा सहायक,
व्याख्याता भर्ती परीक्षा (ग्रुप ए और बी) – हिंदी, अंग्रेजी, गणित, इतिहास, जीवविज्ञान, भौतिकी, उर्दू, पंजाबी आदि,
स्टेनोग्राफर भर्ती – टंकण और आशुलिपि परीक्षा.
इन सभी परीक्षाओं में लाखों अभ्यर्थी भाग लेंगे, जिसके संचालन के लिए सरकारी शिक्षकों की बड़ी संख्या में जरूरत होगी.
शिक्षकों की मांग
शिक्षकों का कहना है कि अगर छुट्टी के दौरान उन्हें कार्य के लिए बुलाया जाता है, तो उन्हें हर दिन के बदले एक दिन की छुट्टी मिलनी चाहिए. इस मांग को लेकर शिक्षकों के संगठनों ने राज्य सरकार से नीति में बदलाव करने की मांग की है.