हरियाणा सरकार ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नई पहल शुरू की है। राज्य के 15 से 29 वर्ष की उम्र के युवाओं को फ्री होम-स्टे ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे अपने घर में उपलब्ध अतिरिक्त कमरों को कमाई के साधन में बदल सकें। इस योजना के जरिए युवा अपने मकान को गेस्ट हाउस या ब्रेकफास्ट स्टे के रूप में किराए पर देकर स्वरोजगार पा सकेंगे।
इस योजना की जिम्मेदारी कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग को सौंपी गई है। पहले यह सुविधा पंचकूला, फरीदाबाद, गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र तक सीमित थी, लेकिन अब इसे पूरे हरियाणा राज्य में लागू कर दिया गया है।
आवेदन की अंतिम तारीख और प्रक्रिया
इस योजना के तहत आवेदन की अंतिम तिथि पहले 15 मई 2025 तय की गई थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 6 जून 2025 कर दिया गया है। इच्छुक युवा अपने जिला नोडल आईटीआई में जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.itiharyana.gov.in से डाउनलोड किए जा सकते हैं।
ट्रेनिंग पूरी तरह नि:शुल्क होगी और इसके बाद युवा अपने घर के फालतू कमरों को होम-स्टे सुविधा के रूप में शुरू कर सकेंगे। इससे उन्हें स्थानीय और विदेशी पर्यटकों से कमाई का मौका मिलेगा।
यूपी में भी शुरू हुई होम स्टे पॉलिसी
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इसी तरह की योजना को बढ़ावा देते हुए टूरिज्म और धार्मिक स्थलों के पास आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने की नीति को मंजूरी दी है। इस नीति के तहत:
- रिहायशी भवनों का अधिकतम दो-तिहाई हिस्सा किराए पर दिया जा सकेगा।
- होम स्टे में 1 से 6 कमरे या अधिकतम 12 बेड शामिल किए जा सकते हैं।
- मकान मालिक की गैरमौजूदगी में केयरटेकर के माध्यम से सुविधा चलाई जा सकती है।
- एक पर्यटक अधिकतम 7 दिन की बुकिंग कर सकेगा।
- होम स्टे के लिए up-tourismportal.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
- इस नीति का उद्देश्य है कि स्थानीय लोगों को रोजगार मिले और पर्यटकों को किफायती आवास की सुविधा प्राप्त हो।
युवाओं के लिए नई संभावनाएं
इन योजनाओं के माध्यम से सरकारें न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती हैं, बल्कि गांव-शहर के युवाओं को खुद का व्यवसाय शुरू करने का अवसर भी देना चाहती हैं। घर बैठे रोजगार पाने की इस पहल में सबसे खास बात यह है कि इसके लिए किसी बड़े निवेश की जरूरत नहीं है, बस आपके पास एक या दो अतिरिक्त कमरे होने चाहिए।