joint home loan: अगर आप नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह मौका है समझदारी से फैसला लेने का. पत्नी के साथ ज्वाइंट होम लोन लेने से न सिर्फ ज्यादा लोन मिल सकता है, बल्कि टैक्स और ब्याज दर में भी बड़ी राहत मिलती है. इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ और स्टाम्प ड्यूटी में छूट जैसे फायदे भी मिल सकते हैं. आज हम आपको इसके ऐसे 5 बड़े फायदे, जो पत्नी के साथ मिलकर होम लोन लेने पर मिलते हैं और आपके घर के सपने को थोड़ा और आसान बना सकते हैं.
- ज्वाइंट लोन से मिल सकता है ज्यादा लोन अमाउंट
अगर आपकी पत्नी नौकरीपेशा हैं और आप उनके साथ को-बॉरोअर बनकर होम लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपकी कुल संयुक्त आय के आधार पर ज्यादा लोन देने को तैयार होते हैं. इसका मतलब है कि आप बड़े और बेहतर लोकेशन में घर खरीद सकते हैं.
- टैक्स में मिलेगी डबल छूट – पति और पत्नी दोनों को फायदा
ज्वाइंट होम लोन लेने पर पति-पत्नी दोनों को इनकम टैक्स में अलग-अलग छूट मिलती है.
- धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख
- धारा 24(b) के तहत ₹2 लाख
इस तरह दोनों मिलकर सालाना ₹7 लाख तक की टैक्स बचत कर सकते हैं, बशर्ते लोन की ईएमआई दोनों मिलकर चुका रहे हों.
- ब्याज दर में भी मिलती है छूट
अगर को-बॉरोअर महिला (पत्नी) हैं, तो कई बैंक ब्याज दर में 0.05% तक की छूट देते हैं. यह छूट छोटे आंकड़ों में दिख सकती है, लेकिन पूरे लोन टेन्योर में लाखों रुपये की बचत का कारण बन सकती है.
- पीएम आवास योजना (PMAY) के तहत सब्सिडी का लाभ
अगर आप पहली बार घर खरीद रहे हैं, और घर की को-ओनरशिप में महिला का नाम है, तो आप प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत ₹2.5 लाख तक की सब्सिडी पा सकते हैं.
शर्त यह है कि महिला का नाम को-ओनर और को-बॉरोअर दोनों रूप में दर्ज होना चाहिए.
- स्टाम्प ड्यूटी में छूट – सीधे ऑन द स्पॉट बचत
दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में, अगर आप घर महिला के नाम से खरीदते हैं, तो आपको 1% से 2% तक स्टाम्प ड्यूटी में छूट मिल सकती है.
उदाहरण के लिए, ₹50 लाख के घर पर 2% की छूट यानी सीधी ₹1 लाख की बचत.