IMD Rain Alert: हरियाणा के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग के अनुसार 29 जून को राज्य के सभी 22 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है. इन जिलों में पलवल, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, पानीपत और सोनीपत शामिल हैं.
हवेली गिरने की संभावित वजह
स्थानीय लोगों के अनुसार, हाल की बारिश से हवेली की छत और दीवारों में दरारें आ गई थीं. भीतर पानी भरने और दीवारों में नमी की वजह से पूरी इमारत भरभराकर गिर गई. इस क्षेत्र में मानसून के आगमन के बाद से भारी वर्षा हो रही है.
पंचकूला में भी बारिश, घग्गर नदी उफान पर
शनिवार देर रात पंचकूला में रात 1:30 बजे से 3:30 बजे तक बारिश हुई, जिसके कारण घग्गर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से नदी के पास ना जाने की अपील की है और सतर्क रहने को कहा है.
चरखी दादरी और अन्य जिलों में भी हल्की बारिश
चरखी दादरी में भी रात को हल्की बारिश दर्ज की गई. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली, लेकिन भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर आ चुका है.
हरियाणा में समय से पहले पहुंचा मानसून
इस बार हरियाणा में मानसून 5 दिन पहले, यानी 28 जून की बजाय 24 जून को ही पहुंच गया. मौसम विभाग का मानना है कि इस वर्ष बरसात सामान्य से अधिक हो सकती है. इससे फसलों को फायदा, लेकिन जनजीवन पर असर भी देखने को मिल सकता है.
यमुना का जलस्तर बढ़ा
पर्वतीय इलाकों में लगातार बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर करनाल में तेजी से बढ़ रहा है. खासकर इंद्री और घरौंडा क्षेत्रों में नदी के किनारे रहने वाले लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. प्रशासन ने एहतियातन यमुना किनारे भारी पत्थर बिछाने का काम शुरू कर दिया है, जिससे पानी के बहाव से तटों को कटाव और बाढ़ से बचाया जा सके.
प्रशासन ने जारी किए दिशा-निर्देश
हरियाणा के कई जिलों में स्थानीय प्रशासन ने राहत दल तैयार रखे हैं. बाढ़ संभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है. नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी पुरानी या जर्जर इमारत में प्रवेश से बचें, और किसी आपात स्थिति में प्रशासनिक कंट्रोल रूम को तुरंत सूचित करें.