UP Weather Update: देश में मानसून की शुरुआत केरल से होती है, और इस बार वहां यह एक सप्ताह पहले ही पहुंच गया है. इसी के आधार पर मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि उत्तर प्रदेश में भी मानसून जल्द ही दस्तक देगा. आमतौर पर प्रदेश में मानसून 25 से 29 जून के बीच आता है, लेकिन इस बार 18 जून को ही इसके प्रवेश की संभावना जताई गई है.
पूर्वांचल में आंधी से पेड़ों के गिरने की घटनाएं
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में आंधी-तूफान के कारण पेड़ उखड़ गए और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सोमवार को भी 50 से अधिक जिलों में गरज-चमक, बारिश और बिजली गिरने की संभावना बनी रहेगी. तेज हवाएं 40-50 किमी/घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं.
किन जिलों में अलर्ट? यहां बिजली गिरने की संभावना ज्यादा
मौसम विभाग ने जिन 50 जिलों में बिजली गिरने और तेज आंधी की चेतावनी जारी की है, उनमें शामिल हैं:
बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, फतेहपुर, रायबरेली, लखनऊ, कानपुर नगर, गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, आगरा, मुरादाबाद, बरेली, झांसी, मथुरा, सहारनपुर, शामली, हरदोई, बदायूं, सोनभद्र, मिर्जापुर, अमेठी, हमीरपुर, महोबा, इटावा, औरैया, बिजनौर, बलिया, बलरामपुर, ललितपुर, कासगंज, एटा, हाथरस, रामपुर आदि.
लखनऊ में तेज धूप के बाद आई उमस और बदली
लखनऊ में रविवार सुबह तेज धूप रही, लेकिन दोपहर के बाद मौसम ने करवट ली. बादलों की आवाजाही और नमी के चलते उमस बढ़ गई. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा था. वहीं, न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा.
सोमवार को लखनऊ में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को लखनऊ में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी. कई इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. इसके साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं.
वाराणसी रहा सबसे गर्म, हरदोई सबसे ठंडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, रविवार को उत्तर प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं, हरदोई में सबसे कम 23.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह के अनुसार, सोमवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बिजली गिरने की आशंका बनी हुई है. कुछ क्षेत्रों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं. उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे बारिश की तीव्रता बढ़ेगी और 18 जून से मानसून की औपचारिक शुरुआत हो सकती है.
क्यों बढ़ रही है चिंता?
मानसून की देर-सबेर एंट्री से खेती-किसानी पर असर पड़ सकता है. साथ ही बिजली गिरने की घटनाओं में लगातार हो रही मौतें सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती बन रही हैं. मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने और खुले में न निकलने की सलाह दी है.
लोगों से अपील
बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलते छतों, पेड़ों या खुले मैदानों में खड़े होने से बचें. आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग से संपर्क करें.