Pakistan Railway Fare Hike: पाकिस्तान रेलवे ने एक बार फिर से यात्री, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के किराए में बढ़ोतरी का एलान किया है. 4 जुलाई 2025 से लागू इस नए फैसले के तहत ट्रेन टिकट के दाम 2 फीसदी तक बढ़ा दिए गए हैं. यह बढ़ा हुआ किराया एडवांस बुकिंग पर भी लागू होगा, यानी जिन यात्रियों ने पहले से टिकट बुक कर रखे हैं, उन्हें भी यह बढ़ा हुआ किराया देना होगा.
ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से रेलवे पर बढ़ा घाटा
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों में इजाफा होने के चलते पाकिस्तान रेलवे को हर महीने करीब PKR 10.9 करोड़ का घाटा हो रहा है. इसी वजह से किराए में बढ़ोतरी करना अनिवार्य हो गया. रेलवे ने इस निर्णय को लागू कराने के लिए आईटी निदेशक और प्रभागीय अधीक्षकों (DS) को निर्देश दिए हैं.
18 जून को भी बढ़ा था किराया
गौर करने वाली बात यह है कि यह दूसरी बार है जब 15 दिनों के भीतर किराया बढ़ाया गया है. इससे पहले 18 जून को पैसेंजर ट्रेनों के किराए में 3% और मालगाड़ियों (Freight Trains) के किराए में 4% की बढ़ोतरी की गई थी. अब एक बार फिर यात्रियों की जेब पर सीधा असर पड़ रहा है.
पेट्रोल-डीजल के बढ़े रेट ने बढ़ाई चिंता
पाकिस्तान सरकार ने 15 जुलाई तक के लिए पेट्रोलियम उत्पादों की नई दरें लागू की हैं. इसके अनुसार:
- पेट्रोल में PKR 8.36 प्रति लीटर की ताजा बढ़ोतरी
- पिछली बढ़ोतरी मिलाकर कुल PKR 14.80 प्रति लीटर का इजाफा
- नई पेट्रोल कीमत PKR 266.89 प्रति लीटर
- इसी तरह, हाई-स्पीड डीजल की कीमत में PKR 10.39 प्रति लीटर की वृद्धि हुई है, जिससे इसकी नई कीमत PKR 272.98 प्रति लीटर हो गई है.
ओजीआरए ने भी गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की
पाकिस्तान की ऑयल एंड गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी (OGRA) ने भी जून महीने में गैस के रेट बढ़ाने का निर्णय लिया था, जो 1 जुलाई से प्रभावी हुआ है. यह मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल उपभोक्ताओं, बिजली प्लांट्स और बड़े उपभोक्ताओं के लिए लागू किया गया है.
घरेलू उपभोक्ताओं को भी नहीं मिली राहत
हालांकि OGRA के नोटिफिकेशन में टियर रेट्स (स्तरीय दरें) में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन मासिक सेवा शुल्क बढ़ाकर PKR 600 प्रति माह कर दिया गया है, जो पहले PKR 400 था. यानी संरक्षित उपभोक्ताओं पर भी खर्च का बोझ बढ़ गया है.
महंगाई से जूझ रही जनता पर फिर से मार
ट्रेन यात्रा अब सस्ती नहीं रही. पेट्रोलियम उत्पादों के लगातार बढ़ते दामों ने यात्रा को आम लोगों की पहुंच से दूर कर दिया है. पाकिस्तान रेलवे की वित्तीय हालत बिगड़ती जा रही है, और इसे संतुलित करने का सीधा भार जनता पर डाला जा रहा है. बार-बार की कीमत बढ़ोतरी से न केवल दैनिक यात्री, बल्कि व्यापारिक वर्ग भी प्रभावित हो रहा है.
सरकार के फैसलों पर उठ रहे सवाल
पेट्रोल-डीजल, गैस और रेलवे किराए की लगातार हो रही बढ़ोतरी पर विपक्षी दलों और आम जनता ने सवाल खड़े किए हैं. उनका मानना है कि सरकारी वित्तीय असंतुलन का बोझ आम नागरिकों पर डाला जा रहा है, जबकि कोई स्थायी समाधान नजर नहीं आता.