ब्याह-शादी के लिए कब है शुभ मुहूर्त, अगले 5 महीने तक नही बजेगी शहनाई Vivah Muhurat 2025

Vivah Muhurat 2025: विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों का सिलसिला अब कुछ समय के लिए थम गया है. कारण है गुरु ग्रह का अस्त होना. जिसके चलते आषाढ़ महीने में विवाह संस्कार नहीं होंगे. अब अगला विवाह सीजन नवंबर 2025 से शुरू होगा और फिर से शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी.

आषाढ़ से देवउठनी एकादशी तक मांगलिक कार्य वर्जित

गुरु ग्रह के अस्त होने के साथ ही चातुर्मास की शुरुआत होती है, जो हिंदू धर्म में शुभ कार्यों पर अस्थायी विराम का काल माना जाता है. इस वर्ष 6 जुलाई से देवोत्थान एकादशी (1 नवंबर) तक कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि नहीं होंगे.

ग्रहों की स्थिति से तय होता है शुभ मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा बताते हैं कि विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए गुरु, शुक्र और सूर्य की स्थिति का विशेष महत्व होता है. जब गुरु या शुक्र ग्रह अस्त हो जाते हैं. तब वैवाहिक कार्य वर्जित माने जाते हैं. इसी कारण 11 जून से विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे.

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जानिए कब होंगे गुरु अस्त और उदय

  • 11 जून को ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा के दिन शाम 6:40 बजे गुरु ग्रह पश्चिम दिशा में अस्त हो जाएंगे.
  • 7 जुलाई को आषाढ़ शुक्ल द्वादशी के दिन शाम 3 बजे पूर्व दिशा में गुरु का उदय होगा.
  • हालांकि इसके बाद देवउठनी एकादशी (1 नवंबर) तक चातुर्मास रहेगा और इस दौरान विवाह नहीं होंगे.

देवउठनी एकादशी के बाद फिर मिलेंगे शुभ मुहूर्त

चातुर्मास समाप्ति के साथ ही मांगलिक कार्यों की अनुमति मिलती है. 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी के बाद 18 नवंबर से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू होंगे जो दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक रहेंगे.

शुक्र ग्रह के अस्त होने से फिर लगेगा ब्रेक

  • 11 दिसंबर (पौष कृष्ण सप्तमी) की मध्यरात्रि 12 बजे शुक्र ग्रह पूर्व दिशा में अस्त हो जाएंगे.
  • इसके बाद जनवरी 2026 तक विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे.
  • विवाह योग फिर से 4 फरवरी 2026 से शुरू होंगे.

विवाह योग के लिए प्रमुख ग्रहों की भूमिका

विवाह मुहूर्त को लेकर पंचांगों में गुरु और शुक्र ग्रह की शुभता अनिवार्य मानी जाती है.
रवि (सूर्य) और गुरु के संयोग को शुभ व फलदायक माना गया है.
ग्रहों की स्थिति के अनुसार विवाह का समय तय किया जाता है, ताकि विवाह में कोई बाधा न आए और जीवन शुभता से भरा रहे.

बनारसी और मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर-दिसंबर के विवाह मुहूर्त

बनारसी पंचांग के अनुसार शुभ विवाह तिथियां:

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नवंबर 2025: 18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 29, 30
दिसंबर 2025: 1, 4, 5, 6

मिथिला पंचांग के अनुसार शुभ लग्न तिथियां:

नवंबर 2025: 20, 21, 23, 24, 26, 27, 30
दिसंबर 2025: 1, 4, 5, 7, 8

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विवाह की योजना बना रहे हैं तो नोट करें ये तारीखें

यदि आप विवाह की योजना बना रहे हैं, तो चातुर्मास के बाद के शुभ लग्न को ध्यान में रखते हुए ही तारीख तय करें. विशेषकर 18 नवंबर से 11 दिसंबर तक का समय अत्यधिक शुभ माना गया है क्योंकि इस दौरान गुरु और शुक्र दोनों ग्रह शुभ स्थिति में रहेंगे.

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