IMD Rain Alert: दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार शाम के बाद से मौसम ने अपना रुख बदल लिया है. आसमान में छाए घने बादलों ने राजधानी समेत आसपास के इलाकों को चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से राहत दी है. लोगों को कई दिनों बाद सुहावना मौसम देखने को मिला और तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई.
अगले 2 दिन तक ऐसा ही रहेगा मौसम, IMD का अनुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि दिल्ली-NCR में अगले 1-2 दिन तक इसी तरह का मौसम बना रह सकता है. मौसम विभाग ने तेज आंधी और बारिश की आशंका जताते हुए येलो अलर्ट भी जारी किया है.
IMD के मुताबिक, मई के अंत और जून की शुरुआत बारिश के साथ हो सकती है. राजधानी में अधिकतम तापमान 36 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जो बारिश और बादलों की वजह से और घट सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ ने बदला मौसम, कई राज्यों पर असर
- पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता को इस मौसम परिवर्तन के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. इसका प्रभाव केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी इसका असर दिखाई देगा. - इन राज्यों में गरज-चमक के साथ बारिश, धूल भरी आंधी चलने की संभावना है. मौसम विभाग ने लोगों से घर के अंदर रहने और सतर्क रहने की सलाह दी है.
पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की संभावना
- IMD के अनुसार, बांग्लादेश और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा, तेज हवाएं और ओलावृष्टि हो सकती है.
- साथ ही,
- पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है.
- अंडमान-निकोबार, केरल, ओडिशा, कर्नाटक, दक्षिण छत्तीसगढ़, लक्षद्वीप जैसे तटीय और दक्षिणी राज्यों में भी बारिश का दौर रहेगा.
- जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई गई है.
दिल्ली में 20 जून तक पहुंच सकता है मानसून
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून दिल्ली में 20 जून तक दस्तक दे सकता है. अगर पूर्वानुमान सटीक रहा तो जून की शुरुआत मानसूनी हवाओं और ठंडक के साथ होगी. इससे लगातार झेल रही गर्मी से लोगों को काफी राहत मिल सकती है.
सावधानी जरूरी
- मौसम विभाग ने तेज बिजली चमकने, आंधी और बारिश के दौरान खुले स्थानों से बचने की सलाह दी है.
- बिजली उपकरणों से दूरी बनाए रखें और अनावश्यक यात्रा से बचें.
- छतों, पेड़ों और खंबों के नीचे रुकने से बचें, क्योंकि यह बिजली गिरने की आशंका को बढ़ा सकता है.