IRCTC Waiting Ticket: भारतीय रेलवे में वेटिंग टिकट की स्थिति यात्रियों के लिए हमेशा तनाव का कारण बनती है. जब यात्रा की तारीख नज़दीक आती है और टिकट वेटिंग में होता है, तो लोग तय नहीं कर पाते कि तैयारी करें या नहीं. चार्ट ट्रेन छूटने से महज़ चार घंटे पहले बनता है, ऐसे में दूर-दराज से आने वाले यात्रियों को परेशानी होती है. इस स्थिति से निपटने के लिए आप कुछ तरीकों से अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका वेटिंग टिकट कंफर्म होगा या नहीं.
क्यों बढ़ती है वेटिंग लिस्ट?
त्योहारी सीजन और छुट्टियों के दौरान वेटिंग लिस्ट का आंकड़ा 500 तक पहुंच जाता है, जबकि सामान्य दिनों में यह 200 से 300 के बीच होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान लोग बहुत पहले से टिकट बुक कर लेते हैं और यात्रा रद्द करने की संभावना कम हो जाती है. हालांकि, सामान्य दिनों में यह संभावना बनी रहती है कि कुछ टिकट कैंसिल होंगे और वेटिंग टिकट कंफर्म हो जाएंगे.
कितनी होती है वेटिंग कंफर्म होने की संभावना?
रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक, करीब 21% यात्री कंफर्म टिकट होने के बावजूद यात्रा नहीं करते. ये यात्री या तो टिकट कैंसिल करा देते हैं या फिर चार्ट बनने के बाद भी यात्रा पर नहीं निकलते. चार्ट बनने के बाद लगभग 5% यात्री ट्रेन में नहीं चढ़ते. इस प्रकार कुल मिलाकर लगभग 26% वेटिंग टिकटों के कंफर्म होने की संभावना होती है.
कोच के आधार पर करें गणना
आप यह भी पता लगा सकते हैं कि आपके वेटिंग टिकट के कंफर्म होने की कितनी संभावना है. उदाहरण के लिए, एक स्लीपर या थर्ड एसी कोच में लगभग 72 सीटें होती हैं. यदि आपकी वेटिंग संख्या 17 से 18 के बीच है, तो आपकी टिकट के कंफर्म होने की पूरी संभावना रहती है. यानी सामान्य दिनों में पहले 17-18 वेटिंग टिकट वालों को आरएसी या फुल सीट मिल सकती है.
पूरी ट्रेन के स्तर पर जाने जानकारी
अगर आप लंबी दूरी की ट्रेनों का विश्लेषण करें तो उनमें 22 से 24 कोच होते हैं. इसमें इंजन और गार्ड कोच के अलावा चार जनरल कोच और आठ स्लीपर कोच होते हैं. इस आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है कि पूरी ट्रेन में करीब 75 से 80 वेटिंग टिकट कंफर्म होने की संभावना होती है.
चार्ट बनने के समय में भी होगा बदलाव
फिलहाल चार्ट ट्रेन छूटने से 4 घंटे पहले बनता है, लेकिन रेलवे इस प्रणाली में सुधार करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. अब कोशिश की जा रही है कि ट्रेन छूटने से 24 घंटे पहले ही चार्ट तैयार कर दिया जाए. इससे यात्रियों को पहले से तय करने में सुविधा मिलेगी कि उन्हें यात्रा करनी है या नहीं.
टिकट कंफर्मेशन की गणना का आसान तरीका
आप अपने वेटिंग नंबर के आधार पर यह तय कर सकते हैं कि आपकी सीट कंफर्म होगी या नहीं. यदि आपकी टिकट वेटिंग लिस्ट में 18 के अंदर है और आप सामान्य दिन में यात्रा कर रहे हैं, तो संभावना मजबूत है. त्योहारी सीजन में यह संभावना कम हो जाती है, लेकिन फिर भी हर यात्रा अलग-अलग होती है, और पूर्वानुमान सहायक हो सकता है.
रेलवे यात्रियों को दे रहा है राहत
रेलवे की इस नई व्यवस्था से यात्री अपने टिकट की स्थिति का तर्कपूर्ण विश्लेषण कर सकेंगे, जिससे वे समय रहते तैयारी कर सकें. यह जानकारी खासकर उन यात्रियों के लिए मददगार है जो दूर से ट्रेन पकड़ने निकलते हैं और असमंजस में रहते हैं.