इन्वर्टर बैटरी में कब डालना चाहिए पानी, पढ़े लिखे लोग भी अक्सर कर बैठते है ये भूल Inverter Battery Water Level

Inverter Battery Water Level: गर्मियों की शुरुआत होते ही देश के कई हिस्सों में बिजली कटौती आम बात हो जाती है. ऐसे में इन्वर्टर हर घर की जरूरत बन जाता है. लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि इन्वर्टर की बैटरी सही से काम कर रही है या नहीं? कई बार ऐसा होता है कि इन्वर्टर चालू तो है, लेकिन बैकअप बहुत कम मिलता है. इसकी सबसे बड़ी वजह होती है बैटरी में डिस्टिल्ड वॉटर की कमी.

क्यों जरूरी होता है बैटरी में डिस्टिल्ड वॉटर?

इन्वर्टर की बैटरी में जो पानी डाला जाता है, वह सामान्य नल का पानी नहीं, बल्कि डिस्टिल्ड वॉटर यानी खनिज रहित शुद्ध पानी होता है.

  • इसका काम है बैटरी के अंदर चलने वाले केमिकल रिएक्शन को बनाए रखना.
  • यही रिएक्शन बैटरी को चार्ज करता है और बिजली की जरूरत पर बैकअप देने में मदद करता है.
  • अगर यह पानी कम हो जाए, तो बैटरी ड्राय होने लगती है और धीरे-धीरे खराब होने लगती है.
  • अक्सर लोग तब जागते हैं, जब बैटरी जवाब दे देती है
    अधिकतर लोग बैटरी तभी खोलते हैं जब इन्वर्टर में चार्जिंग या बैकअप की दिक्कत आने लगती है.

लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.

  • डिस्टिल्ड वॉटर न डालने से बैटरी की सेल्स सूखने लगती हैं, और इसकी क्षमता घट जाती है.
  • इस वजह से इन्वर्टर पूरा चार्ज नहीं ले पाता और जल्द ही डिस्चार्ज हो जाता है.
  • बैटरी में पानी कब डालना चाहिए? जानिए सही समय
  • पानी डालने का कोई तय समय नहीं, लेकिन यह बैटरी के इस्तेमाल और गर्मी के मौसम पर निर्भर करता है.
  • अगर आपके इलाके में बिजली की कटौती कम होती है और इन्वर्टर का इस्तेमाल कम है, तो हर 2 से 3 महीने में वॉटर लेवल चेक करना काफी होता है.
  • वहीं अगर इन्वर्टर रोजाना कई घंटे चलता है, खासकर गर्मियों में, तो हर 1 से 1.5 महीने में एक बार वॉटर लेवल जरूर जांचें.
  • हर बैटरी पर Minimum और Maximum का निशान बना होता है –
  • पानी का स्तर अगर Minimum से नीचे चला जाए, तो तुरंत डिस्टिल्ड वॉटर भरें.
  • ध्यान रखें, पानी का स्तर इन दोनों निशानों के बीच होना चाहिए.

गलतियां जो बैटरी को नुकसान पहुंचाती हैं

  • बैटरी की देखभाल करते समय कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए, ताकि यह लंबे समय तक साथ निभा सके:
  • हमेशा डिस्टिल्ड वॉटर ही भरें. नल का पानी बैटरी की प्लेट्स को नुकसान पहुंचाता है.
  • बैटरी चेक करते समय हाथों में दस्ताने और आंखों पर सेफ्टी गॉगल्स जरूर पहनें.
  • अगर बैटरी जरूरत से ज्यादा गर्म हो रही हो, तो तुरंत एक्सपर्ट से जांच कराएं.
  • बिना जरूरत बैटरी का ढक्कन न खोलें. इससे अंदर की प्लेट्स को नुकसान हो सकता है.

इन्वर्टर बैटरी की केयर क्यों है जरूरी?

  • इन्वर्टर की बैटरी कोई साधारण डिवाइस नहीं होती, बल्कि यह आपके पूरे पावर बैकअप सिस्टम का सबसे अहम हिस्सा होती है.
  • बैटरी की सही देखभाल करने पर यह 3-5 साल तक आसानी से चल सकती है.
  • लेकिन अगर डिस्टिल्ड वॉटर समय पर न डाला जाए, तो इसकी लाइफ बहुत जल्दी खत्म हो जाती है.
  • इससे बार-बार बैटरी बदलने का खर्च भी बढ़ जाता है.

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