Petrol Diesel Price: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अब सिर्फ वाहन में ईंधन भरवाने तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि यह हर आम व्यक्ति के जीवन और जेब से सीधे जुड़ चुकी हैं. चाहे ऑफिस जाना हो, बच्चों को स्कूल छोड़ना हो या सब्जी-भाजी खरीदनी हो, हर गतिविधि अब फ्यूल प्राइस पर निर्भर करती है.
देश की तेल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल (IOCL), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) हर रोज़ सुबह 6 बजे नई दरें जारी करती हैं. ये रेट कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारकों पर निर्भर करते हैं, ताकि उपभोक्ता को पारदर्शिता और ताजगी से भरी जानकारी मिल सके और वो अपने खर्च की योजना बना सके.
ईंधन कीमतों में बदलाव का असर पूरे देश पर पड़ता है
पेट्रोल-डीजल के भाव सिर्फ आपकी जेब ही नहीं झुलसाते, बल्कि देश की पूरी आपूर्ति श्रृंखला पर असर डालते हैं. फल-सब्जियों से लेकर किराना तक की कीमतें, ट्रांसपोर्ट सेवाएं और छोटे व्यापार – सब कुछ फ्यूल प्राइस से प्रभावित होते हैं.
यही कारण है कि हर नागरिक के लिए फ्यूल रेट पर नजर रखना जरूरी हो गया है. मामूली बढ़ोतरी भी रोजमर्रा की जरूरतों को महंगा बना देती है.
हर राज्य में फ्यूल की कीमतें अलग क्यों होती हैं?
भारत में पेट्रोल-डीजल के रेट राज्यवार अलग-अलग होते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए टैक्स. हर राज्य का VAT, सेस और स्थानीय कर अलग होता है, इसलिए दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में फ्यूल रेट्स अलग-अलग नजर आते हैं.
26 जून 2025 को प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट
भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों में 26 जून 2025 को पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार हैं:
- नई दिल्ली: ₹96.72 (पेट्रोल), ₹89.62 (डीजल)
- मुंबई: ₹106.31 (पेट्रोल), ₹94.27 (डीजल)
- कोलकाता: ₹104.95 (पेट्रोल), ₹92.35 (डीजल)
- चेन्नई: ₹100.76 (पेट्रोल), ₹92.34 (डीजल)
- हैदराबाद: ₹107.46 (पेट्रोल), ₹95.70 (डीजल)
- बेंगलुरु: ₹102.92 (पेट्रोल), ₹89.02 (डीजल)
- लखनऊ: ₹94.69 (पेट्रोल), ₹87.80 (डीजल)
- जयपुर: ₹108.48 (पेट्रोल), ₹93.72 (डीजल)
- पुणे: ₹104.04 (पेट्रोल), ₹90.57 (डीजल)
- चंडीगढ़: ₹96.20 (पेट्रोल), ₹84.26 (डीजल)
इन आंकड़ों से साफ है कि राज्य की टैक्स नीति और भौगोलिक परिस्थितियां कीमतों में फर्क डालती हैं.
ईंधन की कीमतें किन कारकों पर निर्भर करती हैं?
फ्यूल प्राइस सिर्फ एक अंक नहीं है. इसके पीछे कई परतें होती हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें: ग्लोबल बाज़ार में जैसे-जैसे ब्रेंट क्रूड महंगा या सस्ता होता है, भारत में भी कीमतें उसी हिसाब से बदलती हैं.
- डॉलर-रुपया विनिमय दर: चूंकि कच्चा तेल डॉलर में आयात होता है, रुपये की गिरावट से कीमतें बढ़ जाती हैं.
- सरकारी टैक्स: केंद्र और राज्य दोनों मिलकर ईंधन पर भारी टैक्स लगाते हैं.
- रिफाइनिंग और परिवहन लागत: कच्चे तेल को पेट्रोल या डीजल में बदलने की लागत भी रेट को प्रभावित करती है.
- मांग और आपूर्ति: त्योहार, वेकेशन या अचानक मांग बढ़ने पर कीमतें ऊपर जाती हैं.
क्या 2022 के बाद से कीमतें स्थिर रही हैं?
मई 2022 में केंद्र सरकार और कई राज्य सरकारों ने टैक्स में कटौती की थी, जिससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत देखने को मिली थी. तब से लेकर अब तक कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है. हालांकि, कंपनियां हर दिन रेट अपडेट करती हैं ताकि बाजार में पारदर्शिता बनी रहे.
कैसे करें मोबाइल से रेट की जांच?
घर बैठे SMS के जरिए भी पेट्रोल-डीजल की ताज़ा कीमतें जान सकते हैं:
- IOCL: “RSP <शहर का कोड>” टाइप कर भेजें 9224992249 पर
- BPCL: “RSP” टाइप कर भेजें 9223112222 पर
- HPCL: “HP Price” टाइप कर भेजें 9222201122 पर
- इसके अलावा IOCL, BPCL और HPCL के मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर भी ताजा रेट्स देखे जा सकते हैं.
फ्यूल की कीमतें अब आर्थिक सेहत का इंडिकेटर बन चुकी हैं
आज के समय में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सिर्फ ट्रांसपोर्ट से जुड़ी जरूरत नहीं हैं, बल्कि देश की आर्थिक स्थिति का एक संकेतक बन गई हैं.
इनकी मदद से आम आदमी अपने मासिक खर्च की योजना बनाता है और सरकारें अपनी नीतियों का असर समझती हैं. यही वजह है कि हर दिन सुबह 6 बजे जारी होने वाली फ्यूल कीमतें अब एक आर्थिक खबर बन चुकी हैं.