Bank Holiday: भारत में मुहर्रम 2025 कब मनाया जाएगा, इसको लेकर अब तक स्पष्ट तारीख तय नहीं हुई है. इसकी वजह है कि मुहर्रम की तारीख इस्लामी चांद देखने पर निर्भर करती है. फिलहाल 6 जुलाई को आधिकारिक छुट्टी के तौर पर घोषित किया गया है, लेकिन चूंकि यह दिन रविवार है, अगर इसी दिन मुहर्रम होता है तो अलग से कोई अतिरिक्त छुट्टी नहीं मिलेगी. वहीं, अगर चांद के हिसाब से मुहर्रम 7 जुलाई को होता है, तो देशभर में सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में अवकाश रहेगा.
क्या होता है मुहर्रम और क्यों मनाया जाता है?
मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है और इसी के साथ इस्लामिक नए साल की शुरुआत मानी जाती है. यह महीना धार्मिक रूप से बेहद पवित्र माना जाता है और खासतौर पर शिया मुस्लिम समुदाय के लिए इसका अत्यंत धार्मिक महत्व है.
मुहर्रम की 10वीं तारीख को “आशूरा” कहा जाता है, जो इस्लामी इतिहास की सबसे शोकपूर्ण घटनाओं में से एक से जुड़ी है. इसी दिन 680 ईस्वी में पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन करबला की जंग में शहीद हुए थे. इस दिन शिया समुदाय के लोग मातमी जुलूस, इबादत और मजलिसों का आयोजन करते हैं. देशभर में इस दिन को गंभीरता और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है.
6 जुलाई को रविवार है, तो क्या छुट्टी नहीं मिलेगी?
फिलहाल सरकार ने 6 जुलाई को मुहर्रम की संभावित छुट्टी घोषित की है, लेकिन चूंकि यह दिन रविवार है, जो पहले से साप्ताहिक अवकाश होता है, ऐसे में कोई अतिरिक्त छुट्टी नहीं मानी जाएगी. अगर मुहर्रम 7 जुलाई को पड़ता है, तो देशभर में सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में छुट्टी घोषित की जाएगी.
कौन-कौन से संस्थान रहेंगे बंद?
- स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर
मुहर्रम के दिन केंद्र और राज्य सरकार के अधिकांश कार्यालय, स्कूल, कॉलेज और डाकघर बंद रहेंगे. खासकर उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है, वहां पर राजकीय अवकाश घोषित होने की संभावना है. हालांकि, इसकी अंतिम पुष्टि चांद दिखाई देने के बाद ही होगी.
- बैंक सेवाएं भी रहेंगी प्रभावित
अगर 7 जुलाई को मुहर्रम होता है, तो उस दिन देशभर के बैंक भी बंद रहेंगे. इससे ग्राहकों को कैश जमा, निकासी, चेक क्लियरेंस और अन्य बैंकिंग सेवाओं में परेशानी हो सकती है. ऐसे में आम जनता को सलाह दी जाती है कि जरूरी बैंकिंग कामकाज पहले या अगले दिन निपटा लें.
- शेयर बाजार भी रहेगा बंद
अगर 7 जुलाई को मुहर्रम की छुट्टी होती है, तो उस दिन भारत के दोनों प्रमुख शेयर बाजार—बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)—पूरी तरह बंद रहेंगे.
सिर्फ इक्विटी ही नहीं, बल्कि इक्विटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB) से जुड़े सभी सेगमेंट पर कोई ट्रेडिंग नहीं होगी.
मुहर्रम से जुड़ी सांस्कृतिक मान्यताएं
मुहर्रम केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि त्याग और बलिदान का प्रतीक भी है. इस अवसर पर:
- शिया समुदाय मातम मनाते हैं
- जुलूसों का आयोजन होता है
- इमाम हुसैन की शहादत को याद किया जाता है
- लोग काले कपड़े पहनते हैं और चुप्पी का पालन करते हैं
भारत के कई हिस्सों में यह दिन सार्वजनिक अवकाश के तौर पर मनाया जाता है, लेकिन इसकी तारीख हर साल बदलती रहती है, क्योंकि यह इस्लामी चंद्र कैलेंडर पर आधारित होती है.
जनता के लिए जरूरी सलाह
- यदि 7 जुलाई को मुहर्रम होता है, तो सरकारी दफ्तर, बैंक, स्कूल और शेयर बाजार जैसे महत्वपूर्ण संस्थान बंद रहेंगे.
- ऐसे में अपने आवश्यक कार्य 6 जुलाई से पहले या 8 जुलाई को करने की योजना बनाएं.
- छुट्टी की आधिकारिक घोषणा संबंधित राज्य सरकार या संस्थान की ओर से चांद दिखने के बाद जारी की जाएगी, इसलिए स्थानीय स्तर पर अपडेट पर नजर रखें.